इस धनतेरस अपने जीवन को कैसे समृद्ध बनाएँ
इस वर्ष 29 अक्टूबर को धनतेरस कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पूरे भारत में हर्षोल्लास से मनाया जाएगा।
धनतेरस धन, सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य से जुड़ा पर्व है। दरअसल, देवताओं और असुरों के बीच जब भीषण महायुद्ध चल रहा था, तब समुद्र मंथन के दौरान धनतेरस के दिन ही आरोग्य और चिकित्सा के देवता धनवंतरी देव अवतरित हुए थे, जिन्हें देवताओं ने प्राप्त किया। धनतेरस के दिन लोग धनवंतरी देव की पूजा करते हैं और सुख-समृद्धि व उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं। सोने-चाँदी की वस्तुएँ और वस्त्र ख़रीदते हैं।
धनतेरस पर महावास्तु उपाय करने से घर में धन, सुख, सेहत तथास्तु सुनिश्चित होती हैं। धनतेरस के दिन से प्रयोग में लेने हेतु महावास्तु के धन, सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य से जुड़े उपाय निम्नलिखित हैं जिन्हें अपने पूजास्थल या मंदिर में शाम 5: 00 बजे से रात 8:30 बजे तक क्रमवार करें :-
महावास्तु उपाय | दिशा और स्थान | उपायों के प्रभाव |
कुबेर | उत्तर में मेज़ पर या दीवार पर चौकी में रखें | धन का प्रवाह सुनिश्चित करेंगे |
त्रिशूल | उत्तर-पूर्व में टेबल या फ़र्श पर स्थापित करें | त्रिदोषों को संतुलित कर स्वस्थ रखेगा |
कामधेनु गाय | पूर्व-दक्षिण-पूर्व में फ़र्श पर स्थापित करें | सभी तरह की मनोकामनाएँ पूर्ण करेगी |
उपर्युक्त महावास्तु उपायों के साथ ही निम्नलिखित दिशाओं का भी विधिपूर्वक निरीक्षण आवश्यक है :-
उत्तर-पूर्व : लाल व पीला रंग हटा कर हल्का नीला या सफ़ेद करें।
दक्षिण-पूर्व : नीला व काला रंग हटा कर हरा या लाल रंग करें।
दक्षिण-पश्चिम : लाल व हरा रंग (पौधे भी) हटा कर ऑफ-वाइट या क्रीम करें।
पश्चिम : लाल व हरा रंग (पौधे भी) हटा कर ऑफ-वाइट या क्रीम करें।
इस तरह आप वर्ष 2024 के धनतेरस से एक नई शुरुआत करके अपने जीवन को धन, सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की ओर बढ़ा सकते हैं। क्योंकि इस दिन किसी भी तरह की नई शुरुआत करना शुभ फलदायक होता है, ऐसे में ज़्यादातर लोग किसी नई शुरुआत के लिए धनतेरस का दिन चुनते हैं।
आप जीवन में नए अध्याय की शुरुआत के लिए महावास्तु की सही तकनीकों को सीख सकते हैं और महावास्तु फाउंडेशन कोर्स के माध्यम से और भी प्रभावी उपायों को अपना सकते हैं।